💥 उंगली तो उठेगी जनाब, क्यूकी तुम कोयला चोर हो! वो भी बडे?
मध्यप्रदेश पॉवर जनरेशन का कोयलें की बडी हेराफरी…
करोडो का काला खेल खेला…विकास की नजर मै….
महाराष्ट्र -(चंद्रपूर )देश की संसद मै कोयला घोटाला उजागर करणे वाले भूतपूर्व सांसद हंसराज अहिर ने कोयला खदानो से किस प्रकार कोयले की हेराफेरी करणे के मामलो को उजागार किया था जिसमे करोडो की काली कमाई का रहस्य सामने आया था. जिसमे सी बी आय द्वारा छापे मारकर कोयले की काली करतुत करणे वालो पर नकल कसकर गिरफ्तार भी किया गया था.
पर अब वो ही सिलसिला फिर एक बार शुरु हो गया है, यु कहे तो इसमे करोडो रुपयोका का घटिया कोयला मध्यप्रदेश पॉवर जनरेशन को भेजा गया है फिर भी पॉवर जनरेशन के तरफ से निकृष्ट कोयला होकर भी उसे लॅब टेस्टिंग से हरी झेंडी दी गयी है!
सूत्रो के अनुसार बताया गया है की, मध्यप्रदेश के खंडवा पॉवर जनरेशन का महाराष्ट्र के चंद्रपूर जिल्हे के सास्ती, गोवरी और पौनी खदानो से करीब 4लाख मेट्रिक टन कोयले की छह महिने की अंदर आपूर्ती करणा जरुरी है. खंडवा पॉवर जनरेशन को इन्ही कोयला ब्लॉक से कोयला उठाकर पंढरपोनी के रेल्वे सायंडींग पर डालकर उन्हे रेल्वे वेगन द्वारा खंडावा जनरेशन मै पहुचना है! मात्र इसमे बडी चालकीयोसे खदानो का आनेवाले अच्छा कोयला राजुरा के समीप एक कोयला वॉशरी मै खाली कर उसमे डस्ट, चुरी, रिजेक्ट कोल डालकर उसे रेल्वे सायंडींग पर भेजा जा रहा है.
क्या है पुरा मामला….
अगर सूत्रो की माने तो साईकृपा ट्रान्सपोर्ट कंपनी को 4लाख मेट्रिक टन कोयला ढुलाई कर छह महिने मै रेल्वे सायंडींग पर डालना अनिवार्य है. सास्ती, गौरी और पवणी खदान से साईकृपा की गाडिया कोयला लाद कर तो निकलती पर रेल्वे सायंडींग पर जाणे के पूर्व राजुरा के समीप एक वॉशरी मै जाकर अच्छा कोयला खाली कर उस मै मठ्ठी, चुरी, रिजेक्ट कोल तथा डस्ट भरकर रेल्वे सायंडींग पर डाला जाता है, फिर उसे लोड कर बिना दिक्कत के रेल्वे वेगन मै भरकर मध्यप्रदेश के खंडवा पॉवर जनरेशन को निरंतर भेजा जा रहा है. कोयले की घटिया आपूर्ती के बाद भी किस आधार पर खंडवा पॉवर जनरेशन इस कोयले को हरी झेंडी दे रहा है येह सवालो के घेरे मे है? लॅब टेस्टिंग मै कोयला सही प्रकार का है येह बताकर आंख मिचोली का काला खेल खेला जा रहा है और करोडो रुपयोकी सरकार को चोट पहुचायी जा रही है.जिससे आणे वाले समय मै बॉयलर ट्यूब लीकेज होणा तथा मशीनो मै खराबी आणे के मामले सामने आ सकते है.
वॉशरी का कोयला कहा जाता है?
सूत्रो के अनुसार वॉशरी मै खाली होणे वाला कोयला खुले मार्केट मै बेचणे की जवाबदारी विकास के हाथो मै है. पिछले छह महिने से विकास इस काम मै लगा हुवा है. करोडो की काली कमाई मै विकास देश को खोखला कर रहा है? विकास के कालें करणामो मै बाजार मै भी कोयले की मंदी छायी हुई है. सप्टेंबर मै ऑर्डर समाप्त होणे के बावजुद फिर एक बार वो ही ट्रान्सपोर्ट कंपनी और वो ही विकास अब तक एक लाख मेट्रिक टन कोयला रेल्वे वेगन मै खंडवा पॉवर जनरेशन को पहुचा रहा है.
वेस्टर्न कोल फील्ड का कोयला ऑकशन 6000रुपये टन! वॉशरी मै वही कोल 5000! क्या घर मै उगा रही वॉशरी कोयला?
कोयला खदानो मै जो ऑकशन हो रहा है वो लगबग आज के तारिक मै 6000 रुपये टन का बताया जा रहा है. लेकिन सबसे खासियत की बात येह है की wcl से भी सस्ता कोयला तो वॉशरी मै मिल रहा तो wcl से कोण खरीदगा?
CBI द्वारा हो जाच?
इस पुरे मामले की जाच CBI द्वारा कर,कोयले की हेराफेरी कर करोडो का चुना लगाने वालो पर सरकार सक्त नकल कसे और कोयले की तस्करी पर रोक लगाये. मिलिभगत करणे वाले अधिकारीयो पर जल्द ही गाज गिरणे की आशांका जताई जा रही है!