चंद्रपुर, ९ फरवरी, सुनील तायडे
चंद्रपुर नगर निगम की उपद्रव जांच टीम आये दिन स्वच्छता का मिशन दृष्टिपथ में रखकर सराहनीय कार्य कर रही है। जिसकी वजह से चंद्रपुर शहर की गलियारों में स्वच्छता दिखाई दे रही है। पूरे दिसंबर 22 में नगर निगम के आयुक्त विपिन पालीवाल ने चंद्रपुर शहर में स्वच्छता के लिए जन सहभाग से स्वच्छ चंद्रपुर की संकल्पना नागरिकों के समक्ष रखी और चंद्रपुर के नागरिकों ने बढ़चढकर हिस्सा लेकर शहर की सफाई की।
अभियान सफल भी रहा और समाप्त भी हूवा लेकिन आज जब चंद्रपुर नगर निगम कार्यालय के मूत्रीघर में प्रवेश किया तो वहां का नजारा देखकर स्वच्छता का ढिंढोरा पीटने वाली चंद्रपुर नगर निगम की पोल खुल गई। प्रवेश करते ही खर्रा थूकनेवाले महानुभावों की पेटिंग देखकर होश उड़ गए। जैसे तैसे नाक पर रूमाल रखकर बढ़े तो देखा कि, दाहिनी तरफ की बहोत ही गंदी बाथरूम में शराब की कई बोतले दिखाई दी। ऐसी गंदगी और वो भी स्वच्छता के पुजारी विपिन पालीवाल के कार्यालय में ये कभी कोई सोच भी नही सकता। अब सवाल ये उठता है कि, क्या चंद्रपुर नगर निगम की उपद्रव जांच टीम नगर निगम के स्वच्छता विभाग से जुर्माना वसूलेगी ? या जुर्माना किसपर ठोके ? और कौन जुर्माना ठोकेगा ? अब तो चंद्रपुर नगर निगम के दिये तले अंधेरा तो है, ये स्पष्ट हुवा।
सुनील तायडे
संपादक
डेली पोस्टमार्टेम