भद्रावती तहसील के चारगांव ग्राम में बाघों की दहशत

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चंद्रपूर 20 जुलाई 2022 (विकास मोरेवार)
भद्रावती तहसील के चारगांव ग्राम में बाघों की दहशत से ग्रामवासी बहुत बुरी तरह डरे हुए हैं। डबल्यू सी एल की खदान बंद होने के बाद में आजू बाजू पूरा जंगल ही जंगल बड़ चुका है।और इन जंगलों में पट्टेदार बाघ जैसे जानवर विचरण करते हुए लोगों को नजर आने से इस ग्राम के ग्रामवासी डरे हुए नजर आ रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार चार गांव के आजू बाजू पूरा जंगल है जंगल होने के कारण वहां पर पहले एक पट्टेदार बाघ को देखा गया था। लेकिन अब उसकी संख्या बढ़कर चार हो चुकी है।और बाघ द्वारा गांव में रहने वाले जानवरों पर इनके हमले की कई घटनाएं घट चुकी है। कई जानवर अपने प्राण गवा चुके हैं वन विभाग द्वारा इनको मुआवजा भी मिला है। लेकिन ग्रामवासियों की यह मांग है कि बाघ अभी तक सिर्फ जानवरों को अपना निशाना बना रहे हैं अब यह जानवर कभी इंसानों को भी अपना निवाला बना सकते हैं। इस वजह से इनकी कोई ठोस उपाय योजना करके इन बाघों को यहां से दूर कहीं ले जा कर छोड़ा जाए। ताकि ग्राम वाले दहशत में ना जीए। बाघ होने की बात ग्राम वासियों ने भद्रावती वरोरा क्षेत्र की आमदार प्रतिभाताई धनौरकर को जब बताई तो उन्होंने वन विभाग को इस बारे में ज्ञात कराया और भद्रावती वन विभाग परिक्षेत्र के अधिकारी हरिदास शेंडे द्वारा गांव में जाकर लोगों द्वारा इस बात की पुष्टि की गई। उस समय ग्राम चारगांव ग्राम पंचायत के सरपंच और ग्राम वासियों ने मिलकर एक निवेदन भी सौंपा।और कहा है कि गांव के आसपास घूम रहे बाघों का विशेष प्रबंध करके गांव वालों को इस समस्या से छुटकारा दिलाना चाहिए।हाल ही में 2 दिन पहले इन्हीं बाघ द्वारा गांव के दो जानवरों पर हमला किया गया जिससे ग्रामवासी फिर से दहशत में आ गए है। चार गांव ग्राम वासियों का कहना है कि यदि ऐसे हमले जानवरों पर होते रहे हैं तो किसी दिन ग्रामवासी भी इस हमले की चपेट में आ सकते हैं। इसलिए वन विभाग द्वारा इस समस्या की ओर विशेष ध्यान देकर चारगांव ग्राम वासियों को इससे निजात दिलानी चाहिए ।भद्रावती वन परिक्षेत्र अधिकारी हरीदास शेंडे को निवेदन देते समय गांव के सरपंच चंदा वासाडे, उपसरपंच सुधाकर रोहनकर, रुपेश वासाडे,अमोल पोटे,सूरज कोडापे, गणेश रोहनकर, भारत ठाकरे, अमोल आत्राम उपस्थित थे।
विकस मोरेवार
डेलीपोस्टमॉर्टम न्यूज़ चंद्रपूर