चंद्रपुर, सुनील तायडे
इंदिरा गांधी गार्डन स्कूल में छात्रों के बीच नेतृत्व गुणों को बढ़ावा देने के लिए स्कूल की छात्र परिषद का हाल ही में पदग्रहण समारोह आयोजित किया गया. कार्यक्रम में स्कूल के हेड बॉय और हेड गर्ल, विभिन्न हाउस और क्लबों के कैप्टन और वाइस कैप्टन के रूप कुल 20 कैबिनेट काउंसिल सदस्यों ने शपथ ग्रहण की.
मुख्याध्यापिका सीमा जोसेफ ने नवनिर्वाचित हेडबॉय सानित मांदुरकर तथा हेडगर्ल आर्या काथड़े और स्कूल की छात्र परिषद को निष्ठा की शपथ दिलाई. मंत्रिमंडल के सदस्यों ने अपने साथी छात्रों और अपने स्कूल की पूरी ईमानदारी और पूर्ण क्षमता से सेवा करने की शपथ ली.
इसके बाद प्राचार्या सीमा जोसेफ ने नवनियुक्त छात्र परिषद को बधाई दी। उन्होंने छात्रों को अपने जीवन में प्राथमिकताएं तय करने का महत्व समझाया. उन्होंने बताया कि टीम के खिलाड़ी की तरह मिलजुल कर प्रयास करना समय की मांग है और उन्हें अपना कर्तव्य पूरे समर्पण के साथ निभाना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका श्रद्धा एदलवार ने किया। शिक्षक विशाल चव्हाण, रेशमा पठान और लोभेश पिल्लेवार के साथ-साथ अन्य स्कूल स्टाफ ने कार्यक्रम की सफलता के लिए कड़ी मेहनत की।
स्कूल कैबिनेट की पहली उपलब्धि:
अभिभावक-शिक्षक बैठक के लिए इंदिरा गांधी गार्डन स्कूल आए अभिभावकों का स्कूल की कैबिनेट काउंसिल ने पर्यावरण संवर्धन स और संरक्षण विषय पर एक आकर्षक नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति के साथ स्वागत किया. विद्यार्थियों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से अपने आस-पास पेड़ लगाने का संदेश देकर पेड़ और पानी बचाने के महत्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने लोगों से पर्यावरण संरक्षण आंदोलन में शामिल होने का आग्रह किया और अपने नाट्य कौशल के माध्यम से पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए उपाय करने के महत्व को समझाया. छात्रों ने फसल उगाने में उपयोग किए जाने वाले कीटनाशकों के खतरों जैसे गंभीर संदेशों को हास्यपूर्ण तरीके से रखा और रोजमर्रा की घटनाओं के माध्यम से मानवी लालसा द्वारा हो रहे प्रकृति के शोषण पर प्रकाश डाला.
छात्रों के प्रभावशाली प्रदर्शन को देखने के लिए माता-पिता और छात्र मंच के चारों ओर एकत्र हुए थे . उनमें से कई लोगों ने पूरे नुक्कड़ नाटक को फिल्माया और सोशल मीडिया पर पोस्ट भी किया. अभिभावकों ने प्रकृति के संरक्षण का महत्वपूर्ण संदेश फैलाने के लिए स्कूल की कैबिनेट काउंसिल की सराहना की और उनकी कड़ी मेहनत के लिए बधाई दी.
सुनील तायडे
संपादक
डेली पोस्टमार्टम