इस अधिकारी के सोच के दिवाने है कर्मचारी! ट्राफिक…. बस पहुच ही जाते है सहयोगी के साथ!

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चंद्रपूर 1 जून 2024-
ट्रॅफिक.. ट्राफिक… और ट्रॅफिक..वाकई नाम सुनंते ही पता लगता है,की कई जाम तो नही लग गया हो! लेकिन इसी ट्रॅफिक को क्लिअर करवाने और तप्ती धूप मे पसीने से गर्मी मे लहुलूहान होते हुये, सुबह से रात तक चंद्रपूर के “ट्राफिक” कर्मचारी अपनी चौराहे (पॉईंट )पर ड्युटी निभा रहे है!

. ट्राफिक से नियमो को ताक पर,रखकर तोडणे वालो को ट्राफिक कर्मचारी ” तुरंत अपने कॅमेरे मे क्लिक आऊट ” कर ” फाईन रिलीज कर देते है! इसी ट्रॅफिक विभाग के अपनी अलग पहचान और कर्मचारी यो से हरपणमौला रिश्ते रखने वाले चंद्रपूर के ट्राफिक पुलीस निरीक्षक प्रवीण कुमार पाटील बडे ही सरलता के साथ अपनी जीम्मेदारी का पालन करते है!

उनकी विश्व्सनियता इतनी है की, ट्राफिक कर्मचारी अपने इस अधिकारी के स्वभाव गुण के दिवाने होते नजर आते है! यदी प्रवीण पाटील जी को,चंद्रपूर के किसी भी कोणे से ट्राफिक से संबंधित फोन आता है, तो वो खुद ही अपने सहगोयी कर्मचारी यो के साथ चल पडते है!

चंद्रपूर मे ट्रॅफिक से जुडी किसी भी समस्या को लेकर वो अक्सर अपनी खास पहचान बनाकर सरलता से समस्या का निपटारा करते है!
खास बात येह है की वो किसी भी तरह के बिना टेन्शन से हमेशा शांती से जिना पसंद करते है!ट्राफिक कर्मचारी यो को भी वो, पब्लिक के साथ अच्छे से बर्ताव कर नियमो का पालन करणे हेतू सलाह तथा समजाने का प्रयास करते है!
चंद्रपूर के जठपुरा गेट पर आज भी ट्रॅफिक से जाम हो जाता है, पर समय के अनुसार अक्सर दो कर्मचारी ट्रॅफिक को क्लिअर करवाने,शिटी बजाते हुये ड्युटी निभाते है! सफेद रंग हमेशा शांती का दूत माना जाता है , और ट्रॅफिक कर्मचारी भी अपनी उन जिम्मेदारी का पालन करते है जो उन्हे कानूनन जायज लगता है!

“आल्वेज रेडी” रहने वाले पुलीस निरीक्षक संदीप कुमार पाटील हमेशा पूर्तीली जोशीले के साथ हर कदम ट्रॅफिक समस्या को खत्म करणे की और डालते है. ना किसी भय के ना किसी डर के वो अपना हर कदम हमेशा बेबाक अंदाज मे रखते हुये नजर आते है!