चंद्रपूर 25 मे ( सुशांत घाटे )-
जिले मे लुका छुपी का खेल इस तरह शुरु है, मानो बिल्ली दूध पी रही हो, और उसे कोई देख ना रहा हो!..जी हा पुलीस विभाग के क्लिन चिट एस पी भलाई अपनी कितनी भी ऍक्शन मोड पर हो,
पर कुछ ठाणेदारो को येह कारनामे उनके सेहत के लिये अच्छे नही लग रहे,
या युह कहे उन्हे महिनो को मिलनेवाले सरकारी तनखाह से ज्यादा घुसखोरी की आदत लग गयी है?
चंद्रपूर जिले के फिलहाल पाच पुलीस थानो अंतर्गत बालू तस्करी, शराब तस्करी, सट्टा, डिझेल तस्करी, कोयले की तस्करी और जुवा खाना को खुली छुट नजर आ रही है?
इन पुलीस थानो अंतर्गत दी गई छुट आखिर पुलीस विभाग से क्या रिश्ता कहलाती ये बताने की जरुरत नही है?
वर्धा जिले के हिंगणघाट सीमा से सटे चंद्रपूर जिले के एक इलाके के सट्टे बाजार पर रेड होने के बावजुद फिर उसे खुली छुट देना मतलब दाल मे कुछ ज्यादा ही काला है?
पुरब की और तो शराब तस्करी का इतना बोलबाला है की, पुलीस स्टेशन से सिर्फ 250मीटर अंतर पर,अवैध तरिके से जैस्वाल नामक व्यक्ती ने शराब खाने का अड्डा खोल कर पुलीस और राज्य उत्पादन शुल्क विभाग को अंधा माना है?
दुसरी और पुलीस थाना छोटा मात्र कारनामे बडे ऐसे देखणे को मिल रहे है? जमकर दिन मे नदी के इलाको के बाजू मे बहने वाले नालो से जे. सी. बी. लगाकर ट्रॅक्टरो से बालू की ढुलाई की जा रही है!
पश्चिम की और बहते गंगा मे हाथ धोने वाले एक ए. पी. आय. को तो बैठे बैठे ही डिझेल की आय मिल रही है?
अगर जिले मे येह चर्चा चल रही है की, क्लिन चिट पुलीस अधीक्षक मुम्मका सुदर्शन के राज मे सबकुछ अवैध धंधो को लगाम लग गई हो तो वो सिर्फ नजरीये से देखणे वाली बात है!
लेकिन गिरगिट की तरह रंग बेरंग अपना तेवर बदलने वाले ठाणेदार मानो पुलीस अधीक्षक के आदेशो को दरकीनार कर अपने काम को धडल्ले से अंजाम तक पहूचा रहे है!
लुका छुपी कर लाखो रुपयोकी तिजोरी मे अवैध हफ्ता वसुली करनेवाले इन ठाणेदारो का जल्द ही डेली पोस्ट मार्टम नकाबपोशी चेहरा सामने लाने वाला है?
जिनमे आखिर कहा से कितने और कितनो से.. कौन है वसुलीबाज… इसका डंका पिटा जायेगा?…. जल्द देखिये… क्रमशः……