चंद्रपूर28 फरवरी -कोयले के दलाली में हाथ काले होते होते एक व्यापारी्ने अपना रुतबां बनाकर पहले पांढर पौनी से एमपी जेनको को करोडो का खोखला कोयला दिया, और अब जिले के एक प्राईवेट खदान पर अपनी चोरी की आंख बनाये बैठे हुये है. चोर चोर मौसेरे भाई जैसे खदान को किस प्रकार लुटा जाये उसका पुरा फॉर्मुला बनाने का नागपूर दंडा के बाण तले नागेश -विकास की जोडी दिन रात संपर्क बनाये हुये है?
पहले तो दुरिया चलती थी पर अब जाम के ग्लासो को चकणे के साथ कोयले की काली रासलीला याने भारी मात्रा में कोयला चोरी करणे और सजाने का अद्भुत गडजोड योजना बना रहे है. भलाई इस काले खेल में अब तक दंडा का नाम नही आया हो पर दुसरे के कंदो पर तिर लगाकर.. शोर का काम करणे और गौरव जैसी सापसीडी खेली जा रही है? नागपूर से सजावट कर कोयला चोरी की,चंद्रपूर जिले में अपनी परियोजना करणे वाले नागेश -विकास अब अहंम रोल का किरदार निभा रहे है!रोजाना काले कोयले के रहस्य को लेकर हमारी आगे भी तब्दीश जारी रहेगी!
इस खेल में आखिर कौन है मोहरा जल्द ही अगले एपिसोड में!!!!