कंपनी को जाने वालें कोयले की खुले बाजार मे बिक्री? सरकार को करोडो का चुना ‼️
बी एस इस्पात कंपनी पीछलें छह महिने से मेन्टनस मे… फिर भी कोयला आवंटीत आखिर क्या है सच…
कौन है आशिष जैन?…..
चंद्रपूर -(सुशांत घाटे )
कोयले के काले साम्राज्य के कई अन-गिनत मामले सामने आये है. ऐसा ही एक कोयला घोटाला जो की दातो तले उंगलीया चभा जाने का मामला सामने आया है!
बी एस इस्पात कंपनी लिमिटेड जो की चंद्रपूर जिले के वरोरा तहसील मे मौजूद है उन्हे वेस्टर्न कोल फील्ड(wcl)द्वारा एक कोयला माईन्स दि गयी है.जो की वणी तहसील के मुकुटबन मे है. इस ओपन कास्ट खदान से सालाना दो लाख टन कोयला उत्पादीत किया जाना है. इसमे केंद्र सरकार द्वारा 50%कोयला खुले बाजार (रोड सेल )मे बेचे जाने की अनुमती है. और शेष 50%कोयला बी एस इस्पात कंपनी को याने करीब एक लाख टन कोयला इन्हे लेना है. दरअसलं सरकार द्वारा दोनो की अलग अलग रॉयल्टी दि गयी है. (टॅक्स )जिसमे खुले बाजार मे बिकने वाले कोयले पर औसतन कंपनी को मिलने वाले कोयले से ज्यादा टॅक्स देना है.पर कागजी घोडे नचाकर केंद्र सरकार(कोयला मंत्रालय)को अंधेरे मे रखकर करोडो रुपयोकी येह कंपनी चुना लगा रही है?
कैसे लगा रही है *चुना* ?
दरअसलं वरोरा तहसील मे मौजुद बी एस इस्पात कंपनी मे फिलहाल कोई प्रोडकशन नही होने की विश्वासनीय जानकारी है. कंपनी द्वारा सरकार को पिछले छेह महिनोसे कंपनी मेन्टेनन्स मे होने की झुटीं जानकारी देकर कंपनी को आवंटित कोयला ब्लॉक द्वारा करोडो रुपयोका कोयला खुले बाजार मे बेचा जा रहा है. जिसमे करोडो की काली कमाई की जा रही है? अब जब कंपनी ही मेन्टेनन्स छेह छेह महिने लगा रही है (कागजो पर )तो केंद्र सरकार से रिहायत क्यू चाहिये.कंपनी मे आने वाले कोयले मे सरकार द्वारा कम दाम पर कोयला दिया जाता जो की वो कोयला भी खुले बाजार मे बिका जा रहा है जिसमे सरकार को करोडो रुपयोका येह कंपनी चुना लगा रही है.
मामले की हो सी बी आय द्वारा जाचं…
अगर इस मामले को CBI द्वारा जाचं करे तो इसमे पुरी सच्चाई बाहर आ सकती है. आवंटीत कोयला ब्लॉक से आखिर कितने करोड का कोयला खुले बाजार मे बिका गया है और सरकार को कितने करोड का नुकसान पहुचाया गया है पुरा काला चिठ्ठा सामने आ सकता है.
कौन है आशिष जैन?
कोयले की पुरी ट्रान्सपोर्टींग तथा कोयला बेचे जाने की जवाबदारी इस बंधू को सौपी गयी है. फिलहाल मालक तौर पर यही काम संभाल रहे है. चंद्रपूर, वणी मे इन्ही के प्लॉट पर कोयला डाला जा रहा है. खुले बाजार मे बेचे जाना वाला और कंपनी मे जाने वाला कोयला भी इन्ही के पास पहूचाया जा रहा है?………