चंद्रपुर बन रहा है नशीले पदार्थों का हब, यूट्यूब चैनल के संपादक तनशील को मिली रिवाल्वर तान कर जान से मारने की धमकी।

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सुनील तायडे, संपादक

चंद्रपुर शहर  क्रिकेट सट्टा, वेश्यावृत्ति, सट्टेबाजी,  वीडियो गेम, कोयला तस्करी, रेत  तस्करी, सुगंधित तंबाकू तस्करी जैसे कई अवैध कारोबार चरम सीमा पर है और धीरे-धीरे काले व्यापार का और खास पीकर  केंद्र बनता जा रहा है। जिला प्रशासन इन सब अवैध कारोबारी पर लगाम कसने की कोशिश तो कर रहा है, मगर घर का भेदी लंका ढाए जैसी बात हो रही है। खुलेआम इस धंधे में लिप्त माफिया पत्रकारों को खबर प्रकाशित करनेपर जान से मारने की धमकी देते है। इन माफिया को कानून का कोई डर नहीं है। पूर्व पुलिस अधीक्षक का कार्यकाल रामभरोसे था। पुलिस अधिकारी भी बेलगाम थे और कोई सुनवाई नहीं होती थी। अब नए पुलिस अधीक्षक ने अपराधियोपर नसेल कसने की पूरी तैयारी कर ली, और देर से नींद खुली स्थानिक गुन्हे शाखा के दबंग अधिकारी ने रेड मारने का सिलसिला शुरू किया है।
  16 नवंबर को चंद्रपुर के चंद्रपुर नागपुर मुख्य मार्ग पर  झरना बार में दोपहर 2 बजे के लगभग यूट्यूब चैनल के संपादक तनशील पठान को झरना बार के मालिक विशाल पंजाबी ने बार में तुरंत बातचीत करना है, आप आ जाओ करके फोन किया। तनशील जब बार में गया तो विशाल पंजाबी के सामने नागपुर से आए तीन व्यक्ति जो नशीले कारोबार में लिप्त है, उनसे परिचय विशाल पंजाबी ने करवाया और कहा की ये सागर साहू उर्फ लक्कू, बंटी शुक्ला और बॉडीगार्ड ये आपसे बात करना चाहते है। तनशिल ने पूछा की क्या बात है तो सागर यादव उर्फ लक्कु और बंटी शुक्ला सीधे गालिगलौच पर उतर आए और कहने लगे की, तू हमारे धंधे के बारे में बहोत कुछ जानता है और पिछले 3 महीने से लगातार यूट्यूब पर खबरें चला रहे हो अब इसे तुरंत बंद कर दे वरना इसका अंजाम बहुत बुरा होगा। ऐसा कहकर जान से मारने धमकी देने लगा और आननफानन में  रिवॉल्वर  तानकर अब और आजके बाद अगर हमारे धंधे के बारे खबर छापी या तेरे यू ट्यूब चैनल पर दिखाई “तो तेरा बाप भी रोएगा तुझे पैदा करके” मैं जो बोल रहा हु इसे गीधड़ की धमकी कतई मत समझना, प्यारे तू अपनी जान खो देगा। हल्के में बिलकुल मत लेना। तनशिल पठान ने रिवाल्वर देखकर खामोश बैठना ही उचित समझा। इसके बाद तनशील ने रामनगर पुलिस थाने जाकर जान से मारने की धमकी वह भी रिवाल्वर तानकर ऐसी शिकायत दर्ज की, मगर पुलिस अधिकारियों ने FIR में  बहुत ही मामूली जान से मारने की भा द वि २९४ और ५०६  अंतर्गत मामूली अपराध दर्ज किया। घटनास्थल पर पुलिस ने जाकर झरना बार की सीसीटीवी फुटेज चेक करने से पुलिस को सारी चीजें स्पष्ट हो गई। लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस ने मामूली अपराध दर्ज किया ऐसा क्यों ? तनशील ने १८ नवंबर को पुलिस अधीक्षक को अर्जी देकर हाई लेवल कमिटी के द्वारा जांच करने की मांग की है।  हालांकि तनशील ने 1 माह पूर्व नशीले पदार्थों की तस्करी का पूरा मामला पुलिस अधीक्षक अरविंद साल्वे को लिखित में अर्जी देकर किया था। लेकिन नशीले पदार्थों की तस्करी की शिकायत और जानकारी देने के बावजूद भी पुलिस प्रशासन क्यों चुप है?
तनशील की शिकायत पर पुलिस ने सिर्फ बंटी शुक्ला को आरोपी किया और विशाल पंजाबी जिसने मोबाइल करके झरना बार में बुलाया जो पूरी बात जानता था उसे क्यों बाहर रखा ? और सागर यादव उर्फ लक्कू जो पूरी घटना का मास्टर माइंड है, उसीने गलीगलौच और जानसे मारने की धमकी दिया उसके ऊपर अपराध दर्ज नहीं हुवा आखिर क्या ? और उसके बॉडीगार्ड को यूं ही बिना किसी कार्रवाई के क्यों छोड़ दिया ? या उन पर भी अपराध दर्ज क्यों नहीं हुआ ?  नशीले पदार्थो की बिक्री की घटना हलके में क्यों ले रही पुलिस ?
चंद्रपुर में नशीले पदार्थ के सेवन से युवा पीढ़ी पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। चंद्रपुर के नामचीन परिवार के युवक इस धंधे में शामिल है और बड़े ही आश्चर्य की बात है की, यह सभी युवक पूरी तरह नशे के आदि हो चुके हैं। रोज कमसे कम ड्रग्स की पूड़ी भी खरीदे तो ३५०० रुपए खर्च है। अब ये व्यसनाधिन युवक खुद सप्लाई या बिक्री का काम इसीलिए करते है की, खुद का खर्च पूरा हो।
ये सप्लाई कैसे और कहासे  होता है ?
ड्रग माफिया का विदर्भ में सप्लाई का अड्डा नागपुर है। नागपुर में नशीले पदार्थ का कारोबार करने वाले बड़े ही रसूख वाले और राजनीति में इनकी काफी पहुंच होती है। ये ऐसे माफिया है कि, जिन्होंने पूरी सिस्टम को खरीद कर खोखला कर दिया है किसकी मजाल है की कार्रवाई करें। इसिकी वजह से नागपुर के साथ साथ चंद्रपुर भी अब नशीले पदार्थोके तस्करी हब बनने  जा रहा है।
बहोत ही सीधे तरीके से ड्रग्स की मांग होती है। जैसे आपके रॉकी भाई के और अलग अलग नाम से तकरीबन 36 अकाउंट में ऑनलाइन ३५०० रुपए ट्रांसफर करने होते है। जैसे ही पैसा अकाउंट में ट्रांसफर होते है, मोबाइल में मैसेज आता है ड्रग्स की पूड़ी कैसे भेज रहे।  इसके बाद आपको ड्रग्स को सिग्नेचर, विमल या पान पराग के पाउच भरकर या प्लास्टिक के पैकेट में भरकर उसे  नागपुर चंद्रपुर ट्रैवल्स से पार्सल सेवा द्वारा भेजा जाता है।  दिन ब दिन ड्रग की डिमांड भी तेजी से बढ़ रही है। जानकारी के अनुसार रसूख रखने वाले घरानों की बेटियां भी नशे की गिरफ्त में आ चुकी है। एक बार नशे की लत लग गई तो उससे छुटकारा असंभव है। लड़किया एक पूड़ी के लिए अपनी इज्जत दाव पर लगाती है तो लड़के अपने ही घरों में चोरी की वारदात को अंजाम देते है।
पुलिस और जिला प्रशासन सामूहिक रूप से नशीली पदार्थो की तस्करी पर रोक लगाए अन्यथा माता महाकाली के आशीर्वाद से फला फूला चंद्रपुर शहर जो  हब बननेसे बर्बादी के कगार पर खड़ा है। शहर की युवा पीढ़ी को अगर बचाना है तो पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी को संयुक्त कड़े कदम उठाना जरूरी है वर्ना बर्बादी तय है।
तनशील पठान जिसने पूर्व पुलिस अधीक्षक को एक माह पहले निवेदन दिया था और नशीले पदार्थो की तस्करी को अपनी जान दाव पर लगाकर उजागर करने की कोशिश की थी। आज भी तनशील पठान पुलिस को पूरी जानकारी दे सकता है। सिर्फ पुलिस ने इस गंभीर विषय को हल्के में ना लेते हुए कड़े कदम उठाने की जरूरत है।