चंद्रपुर, १३ नवंबर, सुनील तायडे
कर्मचारियों की मांगें समय सीमा के अंदर पूरी न होनेसे संघटन की आरपार की लड़ाई, मातृ शक्ति जल और बिजली कटौती के लिए रास्तेपर।
चंद्रपुर, १३ नवंबर, सुनील तायडे
रविवार को राष्ट्रीय कोयला खदान मजदूर संघ की ओर से कार्यकर्ताओं की विभिन्न मांगों को लेकर घेराव धरना आयोजित किया गया. संगठन महासचिव के के सिंह के नेतृत्व में इस विरोध प्रदर्शन में सिंह ने वेकोली प्रबंधन का ध्यान दुर्गापुर की श्रमिक कॉलोनी की विभिन्न समस्याओं की ओर दिलाया. इस मौके पर वेकोली कॉलोनी दुर्गापुर में अनियमित जलापूर्ति, नालों की सफाई, कचरा प्रबंधन, मलिन बस्तियों को गिराने, खराब गुणवत्ता वाली सड़कें, अनियमित बिजली कटौती समेत कई समस्याओं का कालोनी में मौजूद मजदूरों व उनके परिवारों ने विरोध प्रदर्शन किया. रविवार को 11 बजे के के सिंह के आह्वान पर कोयला मजदूर परिवारों की महिलाएं व बच्चे दुर्गापुर उपक्षेत्रीय वेकोली कार्यालय के सामने धरना देने पहुंचे.
ये थीं मांगें
श्रमिक कॉलोनी में नियमित जलापूर्ति हो, पानी की टंकियों की नियमित सफाई हो, नालों की समय-समय पर सफाई हो। दो दिन के अंदर नाली का कचरा हटा दिया जाए। बिजली आउटेज को रोकें। कॉलोनी के पास उगने वाले कांटों के पेड़ों को काट देना चाहिए, खाली पड़े मकानों को मजदूरों में बांट देना चाहिए.
उप क्षेत्रीय प्रबंधक का आश्वासन
आंदोलन के दौरान राकोखम संघ के महासचिव के.के. सिंह और उनके सहयोगी उप क्षेत्रीय प्रबंधक जे. एकबारम से मिले और समस्याओं के बारे में बताया। एकबारम ने मुद्दे की गंभीरता को पहचाना और श्रमिकों की सभी मांगों पर सहमति व्यक्त की। इस आश्वासन के साथ कि अगले 3 दिनों में सभी मुद्दों को सुलझा लिया जाएगा, आंदोलन वापस ले लिया गया।
*ये पूरा मामला है भ्रष्टाचार-केके सिंह*
इस अवसर पर बोलते हुए केके सिंह ने कहा कि वेकोली ने पहले से ही श्रमिकों और कार्यों की व्यवस्था कर रखी है, लेकिन प्रबंधक की लापरवाही का खामियाजा मजदूरों को भुगतना पड़ रहा है. पर्यवेक्षण के अभाव में ठेकेदार को भुगतान किया जा रहा है। इसलिए कॉलोनी में सुविधाओं का अभाव है। यह पूरी तरह से भ्रष्टाचार का मामला है। उन्हें ध्यान देना चाहिए कि अगर अधिकारी नहीं सुधरे तो वे सीबीआई के जाल में फंसेंगे.उन्होंने समस्या का समाधान नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी.
इस विरोध प्रदर्शन में शंकर खत्री, अविनाश लांजेवार, किशोर धूमने, ललन सिंह, ओपी तिवारी, अमित सिंह समेत सैकड़ों कार्यकर्ता व उनके परिवार के सदस्य शामिल हुए.
सुनील तायडे
संपादक
डेली पोस्टमार्टम